जय श्री राम , गुरुवर ,
मिथुन लग्न , लग्न कि डिग्री 23*, मे वक्री शनि 22* का है और सप्तम भाव मे सूर्य 15*, बुध 22*,तथा शुक्र 29* के है ! शनि ने अपनी पूर्ण दृष्टि से तीसरे , लग्नेश, और पंचमेश तीनों को अपने लपेटे मे ले लिया है ! ये 3 rd - छोटे बहन-भाई ( जातक के प्रति) , जातक का यश , प्रतिष्ठा , और जातक कि संतान पे शनि कि दृष्टि क्या प्रभाव डालेगी ! 3rd का कारक मंगल 6टे भाव मे राहू के साथतथा पंचम का कारक गुरु नवम मे कुम्भ राशि का है ! शुक्र पुष्कर नवांश मे है ! शनि नवांश मे नीच का भी है , ये जातक के लिए ज्योतिष profession के लिए भी कैसा फल देगा , ये भी बताना !
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