जय श्री राम 🙏🙏 गुरुदेव,अगर कोई ग्रह अग्नि तत्त्व राशि की शुरुआती 1 डिग्री के आस पास हो या जलीय राशि की बिलकुल अंतिम डिग्री के पास तो क्या इस ग्रह के फलों में परेशानी आएगी ,ऐसा ग्रह जिन भावों का स्वामी है
उनका बुरा फल देगा या जिस भाव में बैठा है या ग्रह के नैसर्गिक कारकत्वों पर असर पड़ेगा ?अगर और किसी को इसका फलित पता हो तो जवाब दे🙏🙏